सऊदी अरब में नहीं है एक भी नदी, जानें इस देश की 20 अनसुनी बातें

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सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान मंगलवार को दो दिवसीय दौर पर भारत पहुंचे हैं. इस दौरे में कई आर्थिक समझौते हो सकते हैं. विशाल रेगिस्तान और शुष्क वातावरण सऊदी अरब को भौगोलिक तौर पर अनोखा देश बनाते ही हैं, यहां के कानून भी दुनिया के बाकी हिस्सों से काफी अलग है. आइए जानते हैं सऊदी अरब से जुड़ीं कुछ खास बातें-

एक भी नदी नहीं-
सऊदी अरब क्षेत्रफल के हिसाब से दुनिया का 13वां सबसे बड़ा देश है और अरब जगत का दूसरा सबसे बड़ा देश. यह अरब में केवल अल्जीरिया से पीछे है. सऊदी की 95 फीसदी जमीन या तो रेगिस्तान है या शुष्क. यहां की केवल 1.45 फीसदी जमीन पर ही खेती की जा सकती है. यहां कोई नदी तो नहीं है लेकिन फारस की खाड़ी और लाल सागर की समुद्री सीमा जहाजों के आवागमन के लिए काफी महत्वपूर्ण है.
सऊदी पानी के गंभीर संकट से जूझ रहा है. यहां पानी बहुत महंगा है. सऊदी की सरकार खारे पानी को पीने लायक बनाने पर भारी-भरकम खर्च करती है.

सऊदी अरब की जीडीपी 786 अरब डॉलर (2017) की है. देश की जीडीपी में आधे से ज्यादा योगदान तेल भंडारों का है. दुनिया के करीब 22 फीसदी तेल भंडार सऊदी अरब में हैं. तेल ही नहीं, बल्कि सऊदी गैस रिजर्व के मामले में पूरी दुनिया में 6वें स्थान पर आता है. HSBC के आंकड़ों के मुताबिक, सऊदी अरब की आर्थिक वृद्धि उत्पादकता या श्रम के बजाय नए संसाधनों से हो रही है.

देश में हर दिन करीब 100 ऊंट बेचे जाते हैं. रियाद में ऊंटों की बिक्री के लिए बड़ी मार्केट है.

पूरी दुनिया में सऊदी अरब में वर्कफोर्स में महिलाओं की सबसे कम भागेदारी है. यहां की केवल 20 फीसदी महिलाएं ही रोजगार में हैं.
सऊदी अरब विदेशी श्रम पर बहुत ज्यादा निर्भर है. तेल या सर्विस सेक्टर में काम करने वाले अधिकतर कामगार विदेशी ही हैं.

99 फीसदी सऊदी इस्लाम को मानने वाले हैं. सऊदी अरब में सलात प्रार्थना के वक्त दुकानें बंद कर दी जाती हैं. इस दौरान खरीदारी-बिक्री रोक दी जाती है. सऊदी अरब में गैर-मुस्लिमों को सार्वजनिक स्थलों पर प्रार्थना करने की अनुमति नहीं है.

सऊदी अरब में महिलाएं बिना पुरुष संरक्षक की अनुमति के खुद से यात्रा नहीं कर सकती हैं.

सऊदी अरब की सरकार के मुताबिक, प्रामाणिक तेल भंडार 266 अरब बैरल्स हैं. सऊदी के ग्वार ऑयल फील्ड में इतने तेल भंडार हैं कि 4,770,897 ओलंपिक स्विमिंग पूल भर जाएं.

सऊदी अरब में स्थित मक्का और मदीना इस्लाम के सबसे पवित्र स्थलों में शुमार हैं. गैर-मुस्लिमों को इन पवित्र स्थलों में प्रवेश की इजाजत नहीं है.
इस्लाम के 5 स्तंभों में से एक हज है. हज के लिए मक्का की यात्रा करनी पड़ती है. करीब 2 करोड़ लोग हर साल सऊदी अरब हज करने पहुंचते हैं.

समलैंगिकों को इस देश में मृत्युदंड तक दिया जा सकता है. हत्या, डकैती, ड्रग, एडल्ट्री का दोषी पाए जाने पर भी मृत्युदंड दिया जाता है. सऊदी अरब में किसी जघन्य अपराध के लिए सिर से काट देना, पत्थर फेंक कर जान लेने जैसे तरीके भी अपनाए जाते हैं.

शराब का सेवन अवैध है और नशा करते पकड़ जाने पर कड़ी सजा का प्रावधान है. यहां लोग मांस, दूध और ऊन के लिए भेड़ पालते हैं. सऊदी अरब के अधिकतर लोगों के खान-पान में बीफ शामिल नहीं है. पारंपरिक सऊदी ऊंट के मांस का सेवन करना पसंद करते हैं.

मीना शहर में करीब 100,000 टेंट हैं जिनमें किचन, बाथरूम और एसी जैसी सुविधाएं भी हैं.

अगर फोटोग्राफी के शौकीन हैं तो जरा सावधान हो जाइए. सऊदी अरब में महिलाओं को तरफ कैमरा ना घुमाएं. यहां बिना इजाजत के पुरुषों की तस्वीरें खींचना भी असभ्य माना जाता है. यहां बाएं हाथ को अपवित्र माना जाता है इसलिए किसी से भी हाथ मिलाना या कोई उपहार स्वीकार करना हो तो दाएं हाथ से ही करना चाहिए. अपने जूते के सोल या अपना पैर दिखाना सऊदी अरब में अपमानजनक माना जाता है.

एक अनुमान के मुताबिक, सऊदी अरब के शाही परिवार की संपत्ति करीब 15 ट्रिलियन डॉलर की है.

सऊदी अरब में साइडवॉक स्कीइंड नाम का खतरनाक स्टंट काफी लोकप्रिय है. इसमें ड्राइव करते समय गाड़ी को एक तरफ झुका लिया जाता है और एक दूसरा शख्स गाड़ी के टॉप पर खड़ा रहता है.

 




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