कभी-कभी सोशल मीडिया पर कुछ ऐसा दिख जाता है कि दिमाग काफी देर तक घूमता रहता है. ऐसा ही एक वीडियो आजकल ट्विटर पर वायरल हो रहा है. इसमें एक लड़की ब्लैक बोर्ड पर लिखे जा रही है. बस उसके लिखने का तरीका ऐसा है कि किसी का भी दिमाग घुमा दे. आइए आपको बताते हैं कि इस वायरल वीडियो में खास क्या है.
क्या है इस वीडियो में खास
ट्विटर पर @Sampadananda नाम के हैंडल से एक ट्वीट किया गया है. इसे 15 हजार से ज्यादा लोग लाइक कर चुके हैं. इसमें एक लड़की गजब तरीके से लिखे जा रही है. लिख क्या रही है, जैसे जादू कर रही है. वैसे तो एक ही वाक्य को दोनों हाथों से साथ-साथ लिखना जादू लगता है. फिर दोनों ही हाथों से एक ही टाइम पर अलग-अलग वाक्य लिखना दूसरा जादू. और इतना ही काफी नहीं है, एक और सुपर मैजिक बाकी है. दो वाक्य ब्लैक बोर्ड पर लिखे जा रहे हैं और वह भी मिमर इमेज में. मतलब, जो वाक्य एक हाथ से सीधा लिखा जा रहा है, वही दूसरे हाथ से उल्टी तरफ से लिखा जा रहा है. इतना ही नहीं, ये लड़की आंखों पर पट्टी बांधकर भी लिखती है.
ट्विटर हैंडल में लिखा है-
प्राचीन भारत में एकसाथ कई चीजों पर एकाग्रता बनाने की कला ‘अवधान-कला’ कहलाती थी.
कौन है ये लड़की
इस लड़की का नाम है आदि स्वरूपा. बेंगलुरु में रहती है. इसकी उम्र है 15 साल. इसका कहना है कि इस तरह से वह 10 बरस की उम्र से ही लिख रही है. इसके अलावा पिछले पांच महीने के लॉकडाउन में उल्टा लिखने से लेकर आंख पर पट्टी बांधकर लिखने में खुद को पारंगत कर लिया है. पेंटिंग से लेकर राइटिंग तक की शौकीन आदि स्वरूपा का सपना राइटर और सिविल सर्वेंट बनने का है.
ये ऐसा कैसे कर लेती है
असल में इसे Ambidexterity (एंबीडेक्सटेरिटी) या ‘उभयहस्त’ कौशल कहते हैं. अक्सर यह गॉड गिफ्टेड, माने बचपन से ही कुछ बच्चों में होता है. इसे लिखने के मामले में प्रोडिजी टाइप का ही समझिए. ऐसे बच्चे बहुत तेजी से लिखते हैं और अक्सर दोनों हाथों से लिख सकते हैं. हालांकि सबकुछ प्रैक्टिस पर ही निर्भर करता है. जानकार कहते हैं कि भले ही खास टैलेंट वाले लोग ऐसा तेजी से कर पाते हैं, लेकिन कोई भी शख्स सामान्य तरीके से भी यह कर सकता है. बस इसके लिए प्रैक्टिस की जरूरत होती है.
वैसे यह टैलेंट सिर्फ लिखने तक ही सीमित नहीं है. कई खिलाड़ी भी दोनों हाथों से बेहतरीन खेल दिखा सकते हैं. ऐसे कई क्रिकेट खिलाड़ी हैं, जो दोनों हाथों से बराबर तेजी से थ्रो कर सकते हैं. क्रिकेट लेजेंड सचिन तेंदुलकर लेफ्ट हैंड से लिखते हैं, लेकिन बैटिंग और बोलिंग राइट हैंड से करते हैं. बॉलीबॉल लेजेंड कोबी ब्रायंट भी दोनों हाथों से बॉल को बेहतरीन तरीके से बास्केट कर सकते थे. उनके अलावा कई दूसरे खिलाड़ी भी एंबीडेक्सटर होने की वजह से ऐसा कौशल हासिल कर लेते हैं.
क्या यह ऐसी अकेली टैलेंटेड है
इससे पहले भी इस तरह के बच्चे सामने आए हैं. मेरठ की रहने वाली तेजस्वी त्यागी नाम की लड़की 2016 में ऐसे टैलेंट की वजह से खबरों में रही थी. दुनियाभर में इस तरह के हुनर को प्रैक्टिस के जरिए बढ़ाकर कई लोग हैरानी में डालने की महारथ रखते हैं.
ऐसे बच्चों का एक खास स्कूल भी है
‘इंडिया टुडे’ की 2018 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य प्रदेश के सिंगरौली नाम की जगह पर ‘वीणा वादिनी’ नाम का स्कूल है, जिसमें बच्चों को इसी तरह की ट्रेनिंग दी जाती है. ऐसे बच्चों का यह खास स्कूल है, जहां तकरीबन 150 बच्चे ट्रेनिंग लेते हैं.
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