एक मोहतरमा हैं, बेंगलुरु में रहती हैं. इन्होंने मिंत्रा से शॉपिंग की. ऑर्डर रिसीव होने के कुछ दिनों बाद इनके अड्रेस पर इंडिया पोस्ट से एक चिठ्ठी आई. बताया गया कि मिंत्रा की तरफ़ से इनको लकी ड्रॉ कूपन मिला है, जो सिर्फ कंपनी के कुछ चुनिंदा कस्टमर को मिलता है. इनाम की रकम 15 लाख है और लकी ड्रॉ में हिस्सा लेने के लिए इन्हें अपने बैंक अकाउंट की डिटेल वग़ैरह पोस्ट या वॉट्सऐप के ज़रिए भेजनी होगी.
ये लकी ड्रॉ वाला फ्रॉड बहुत पुराना हो गया है. अपनी डिटेल भेजने का मतलब है “आ बैल मुझे मार”. मोहतरमा को भी अच्छे से ये बात पता थी. इन्होंने सोशल मीडिया पर पूरे मामले के बारे में लिखा, लोगों को इस तरह के फ्रॉड से सावधान किया. इसी पोस्ट में इन्होंने मिंत्रा को टैग किया और पूछा कि भैया मिंत्रा ये बताओ कि इन फ्रॉडियों के पास मेरा रजिस्टर्ड अड्रेस और ऑर्डर की डिटेल कैसे पहुंची.
इस पर कंपनी के सोशल मीडिया हैन्डल से लिखा-लिखाया जवाब आया:
“हम बताना चाहेंगे कि मिंत्रा इस तरह का कोई प्राइज़ ऑफर या कॉन्टेस्ट नहीं चला रहा है. हम सलाह देते हैं कि ऐसे मैसेज और कॉल को नज़र-अंदाज करिए और अपनी किसी भी तरह की पर्सनल डिटेल मत शेयर करिए. मिंत्रा में हम कस्टमर के अकाउंट की सिक्योरिटी को बहुत अहमियत देते हैं और ऐसी गतिविधियों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाता है. हम आपकी समझदारी की सराहना करते हैं.”
इससे पहले हम मिंत्रा के जवाब पार गौर करें, पहले आप नीचे लगे हुए स्क्रीनशॉट में लकी ड्रॉ वाला कागज़ देखिए.
इसकी पूरी रूप रेखा ऐसी है कि पहली नज़र में देख कर लगेगा कि ये मिंत्रा की ही तरफ़ से आया है. ऊपर से ये उसी नाम और अड्रेस पर आया है जिसपर मिंत्रा ऑर्डर आया था. तो सवाल तो बनता ही है कि मिंत्रा कस्टमर की डिटेल लीक होकर फ्रॉडियों के हाथ में कैसे पहुंची.
अब मिंत्रा का जवाब देखिए. इन्होंने पहले तो ये कहा है कि मिंत्रा इस तरह का कोई भी कॉन्टेस्ट वग़ैरह नहीं चलाता है इसलिए इसको इग्नोर करिए. क्यों इग्नोर कर दें भाई? मान लीजिए कोई मिंत्रा कस्टमर इतना भोला हो कि इसे सच्ची-मुच्ची का कॉन्टेस्ट समझ ले और अपनी सारी जानकारी शेयर कर दे. तब? ऊपर से कॉन्टेस्ट वाले कागज़ पर ये भी लिखा है:
“कॉन्टेस्ट के बारे में इनके दिए हुए टोल फ़्री नंबर पर कॉल करिए, कस्टमर केयर वाले पर नहीं, क्योंकि वो सिर्फ ऑर्डर से रिलेटेड चीज़ें हैन्डल करते हैं, कॉन्टेस्ट के बारे में उनको कुछ पता नहीं होता.”
दूसरी बात मिंत्रा ने ये कही है कि कस्टमर के अकाउंट की सिक्योरिटी को बहुत अहमियत देते हैं और ऐसी “कथित” गतिविधियों के लिए इनके पास “ज़ीरो टोलेरैंस” है. अगर ऐसा ही है तो फ़िर कस्टमर का अड्रेस फ्रॉडिए के पास कैसे पहुंचा.
मोहतरमा ने जो सवाल पूछा, उसका तो इन्होंने जवाब ही नहीं दिया. कस्टमर की डिटेल मिंत्रा के डेटाबेस से लीक कैसे हुई? लीक कैसे हुई इसका जवाब तो मिंत्रा से तब आता जब ये मानते कि डिटेल लीक हुई है. ये तो “alleged” और “कथित” वाले शब्दों से खेल रहे हैं.
हमारे एक मित्र हैं, ज्ञानेन्द्र सिंह. नोएडा-स्थित एक ई-कॉमर्स वेबसाइट के साथ सालों से बतौर सप्लाई मैनेजर काम कर रहे हैं. ये कहते हैं:
“कस्टमर की डिटेल लीक होने की दो जगह हैं. एक तो खुद कंपनी का डेटाबेस और दूसरा कुरियर कंपनी जो समान डिलिवर करती है. कंपनी अपने ही कस्टमर का डेटा लीक करे ऐसा होने के चांस बहुत कम हैं. मगर कुरियर कंपनी इसे आराम से अंजाम दे सकती है. मिंत्रा के केस में भी शक की सुई इनके कुरियर पार्टनर से जुड़ी हो सकती है.”
हमने इस सिलसिले में मिंत्रा को भी सवाल भेजे हैं. उनकी तरफ से फिलहाल कोई जवाब नहीं आया है. जवाब आने पर हम इस स्टोरी को जवाब के साथ अपडेट कर देंगे.
कस्टमर के ऑर्डर की डिटेल लीक होना कोई नई चीज़ नहीं है. इस मामले में होम शॉप 18 का नाम बड़ा खराब हुआ पड़ा है. ऑर्डर रिसीव होने के बाद फ्रॉडिए कॉल और मैसेज कर करके जीना दूभर कर देते हैं. और इनको आपके ऑर्डर की पूरी जानकारी होती है इसलिए इस बात की उम्मीद बढ़ जाती है कि कोई भोला भाला कस्टमर इनके चंगुल में फंस जाए.
कन्मस्यूर फ़ोरम पर हमें मिंत्रा कस्टमर की डिटेल लीक होने के और भी मामले मिले. एक केस तो बिल्कुल इसी जैसा है बस वहां पोस्ट की जगह फ्रॉडियों ने कॉल की. अंकित तिवारी नाम के शख्स ने 2018 में इस बात को उजागर किया जहां लकी ड्रॉ के नाम पर इनको ठगा गया. इनका कहना है कि चूंकि कॉल करने वाले के पास इनका नाम, इनके मिंत्रा ऑर्डर की पूरी डिटेल, एड्रेस और आइटम के प्रोडक्ट कोड तक थे इसलिए इन्हें इस बात पर भरोसा हो गया कि कॉल मिंत्रा की तरफ़ से ही थी.
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