यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.
अमित चंडीगढ़ के रहने वाले हैं. 25 साल के हैं. पूरा लॉकडाउन ऑफिस का काम करते हुए निकाल दिया. घन्टों सिस्टम पर बैठकर काम करते रहते थे. कमर के दर्द की शिकायत काफ़ी समय से थी. पर लॉकडाउन में बहुत ज़्यादा बढ़ गई. अब हाल ये है कि बैठने में तकलीफ़ होती है. 15 मिनट सिस्टम पर बैठ के काम कर लें तो लेटने की ज़रूरत पड़ती है. झुकने में तो जान ही निकल जाती है. अब अमित को चाहिए इलाज. तो हमने बात की एक ऑर्थोपेडिक सर्जन से. पता चला कमर का दर्द अब यंग लोगों में बहुत ज़्यादा आम है. उनके ओपीडी में रोज़ कम से कम 2 से 3 युवा तो कमर दर्द की शिकायत लेकर आते ही हैं. ऊपर से ठंड में ये दिक्कत और ज़्यादा बढ़ जाती है. तो आज इस मुसीबत से लड़ते हैं. सबसे पहले बात करते हैं कि युवाओं में कमर दर्द के केसेज़ बढ़ क्यों रहे हैं और कुछ टिप्स जिनका आपको ध्यान रखना चाहिए
क्यों बढ़ रहा है युवाओं में कमर दर्द?
ये हमें बताया डॉक्टर नंदन ने.
-कमर दर्द को हम बांट सकते हैं स्पेसिफ़िक और नॉन-स्पेसिफ़िक में
-स्पेसिफ़िक का मतलब या तो वहां चोट लगी हो, इन्फेक्शन, स्लिप डिस्क या कोई और बीमारी
-नॉन-स्पेसिफ़िक का मतलब मांसपेशियों में खिंचाव, मांसपेशियों की कमज़ोरी
-ऑफिस में लंबे समय तक बैठकर काम करना
-एक्सरसाइज़ की कमी
-वर्क प्रेशर
-ज़रूरत से ज़्यादा वज़न उठाना
-जिम में बिना किसी एक्सपर्ट के ट्रेन करना
किन बातों का ध्यान रखना है
-लंबे समय तक बैठकर काम न करें
-हर 30 से 40 मिनट में उठकर स्ट्रेचिंग करें
-आगे झुककर काम न करें
-हर दिन 15 से 20 मिनट सूरज की धूप लें
-कमर की मांसपेशियों की एक्सरसाइज़ करें
वजहें आपको पता चल गईं. कमर दर्द से बचने की टिप्स भी आपने जान लीं. अब बात करते हैं इलाज की.
इलाज
-कमर दर्द का इलाज इस पर डिपेंड करता है कि इसका कारण क्या है
-अगर ये किसी ख़ास वजह से है जैसे स्लिप डिस्क तो इस केस में आपको कुछ दिनों के लिए दवा, रेस्ट और उसके बाद एक्सरसाइज़ सिखाई जाती है
-अगर ये दर्द बना रहता है या बढ़ता चला जाता है तो 6 से 8 हफ़्ते के बाद आपको ऑपरेशन की ज़रूरत पड़ सकती है
-अगर कमर का दर्द चोट या इन्फेक्शन के कारण है तो आपको दवा और रेस्ट करने को कहा जाता है. कुछ केसेज़ में ऑपरेशन की ज़रूरत पड़ सकती है
-अगर ये दर्द Ankylosing spondylitis जैसी बीमारी की वजह से है तो आपको दवा दी जाती है और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ सिखाई जाती है
-अगर कमर का दर्द नॉन-स्पेसिफ़िक कारण से है तो दवा, हीट थरैपी और कमर की मांसपेशियों की एक्सरसाइज़ से इसे ठीक किया जाता है.
-अगर दर्द तीन महीने से भी ज़्यादा रहता है तो multidisciplinary approach लगता है यानी एक से ज़्यादा डॉक्टर से इलाज
कोई भी एक्सरसाइज़ अपने डॉक्टर या फिजियोथेरैपिस्ट की इजाज़त के बिना हरगिज़ न करें.
दुनिया में कम ही लोग कुछ मज़ेदार पढ़ने के शौक़ीन हैं। आप भी पढ़ें। हमारे Facebook Page को Like करें – www.facebook.com/iamfeedy