Rashtriya Bal Puraskar: 26 बच्चों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ‘राष्ट्रीय बाल पुरस्कार’ से नवाजा है. इस साल प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के कुल 783 आवेदन आए थे, जिसमें से 26 बहादुर बच्चों को चुना गया. ये पुरस्कार दो कैटेगरी में दिए जाते हैं पहला बाल शक्ति पुरस्कार और दूसरा बाल कल्याण पुरस्कार.
आपको बता दें, सरकारी संस्था इंडियन काउंसिल फॉर चाइल्ड वेलफेयर (आईसीसीडब्ल्यू) 1957 से ‘राष्ट्रीय बाल पुरस्कार’ का वितरण कर रही थी, लेकिन वित्तीय गड़बड़ी के आरोप लगाए जाने के चलते सरकार ने खुद को इससे अलग कर लिया है. जिसके बाद ऐसा पहली बार हो रहा जब 26 जनवरी को होने वाली परेड में बहादुर बच्चे दिखाई नहीं देंगे.
इन क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा दिखाने वाले बच्चों को दिए जाते हैं ‘बाल शक्ति पुरस्कार’
* नवोन्मेष (इनोवेशन)
* समाज सेवा
* विद्वता
* खेल
* कला और संस्कृति
* वीरता
प्राइज:
बहादुर बच्चों को मेडल, 1 लाख रुपये नकद राशि, 10 हजार रुपये का बुक वाउचर और सर्टिफिकेट मिलते हैं.
‘बाल कल्याण पुरस्कार’
* व्यक्तिगत :व्यक्तिगत पुरस्कार हासिल करने वाले को 1,00,000 रुपये, मेडल , एक प्रशस्ति पत्र और एक सर्टिफिकेट दिया जाता है.
* संस्था: संस्था के लिए 5,00,000 रुपये, मेडल , एक प्रशस्ति पत्र और एक सर्टिफिकेट दिया जाता है.
जानें- कैसे होता है चयन
विजेताओं को विभिन्न विषयों जैसे समाजशास्त्र, मनोविज्ञान, गणित, विज्ञान, कला, संगीत और खेल के विशेषज्ञों की एक समिति तैयार की जाती है. जिसके महत्वपूर्ण विश्लेषण और मुश्किल प्रक्रिया के माध्यम से विजेता को चुना जाता है. जिसके बाद महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी की निगरानी में अंतिम सूची तैयार की जाती है.
आप कैसे कर सकते हैं आवेदन
जो बच्चे अगले साल के लिए आवेदन करना चाहते हैं वह आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर www.nca-wcd.nic.in रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.
कौन करता है आवेदन
जो बच्चा भारत का नागरिक वह अपना रजिस्ट्रेशन कर सकता है. बता दें, भारत का कोई नागरिक ऐसे किसी बच्चे का रजिस्ट्रेशन कर सकता है जिसने समाज सेवा, शैक्षिक क्षेत्र, खेल, कला एवं संस्कृति में ऐसा काम किया हो जिसका सकारात्मक प्रभाव डाला हो.
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