तेज गेंदबाज एस श्रीसंत का प्रतिबंध 13 सितंबर को खत्म हो गया. उन पर आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में बैन लगाया गया था. पहले आजीवन प्रतिबंध लगा था. लेकिन श्रीसंत ने इसके खिलाफ लड़ाई लड़ी. इससे बैन की अवधि घटाकर सात साल कर दी गई थी. यही अवधि अब खत्म हुई है. श्रीसंत पहले ही कह चुके हैं कि बैन हटते ही वे क्रिकेट खेलना शुरू करेंगे. वे घरेलू क्रिकेट में केरल की ओर से खेलना चाहते हैं.
बैन हटने के बाद बोले- मैं आजाद हूं
श्रीसंत ने बैन हटने के बारे में टाइम्स ऑफ इंडिया से बात की. उन्होंने कहा कि उन्हें आजादी मिल गई है. वे फिर से खेलने को आजाद हैं. यह काफी राहत की बात है. उन्होंने कहा,
लंबे इंतजार के बाद मैं फिर से खेल सकता हूं लेकिन अभी देश में कहीं खेल नहीं हो रहा. मैंने इस सप्ताह कोच्चि में लोकल टूर्नामेंट कराने की प्लानिंग की थी. लेकिन अभी जिस तरह का खतरा है, उसे देखते हुए इसे टाल दिया. मई 2019 से मैंने फिर से खेलने के लिए ट्रेनिंग में दिलोजान लगा दी है. इसलिए जब मैं यह पढ़ता हूं कि घरेलू क्रिकेट इस सीजन में नहीं होगा. तो मैं टूट जाता हूं. मैंने खेल को छोड़ने के बारे में भी सोचा. लेकिन फिर सोचा कि इससे तो मैं खुद के साथ न्याय नहीं कर पाऊंगा.
I’m completely free of any charges nd anything nd now gonna represent the sport I love the most.will give my very best to every ball I ball even it’s just practice.just have another 5 to 7 years max to give it all I’ve got nd I will give the very best to any team I play
— Sreesanth (@sreesanth36) September 10, 2020
श्रीसंत बोले- हर गेंद में जान लगा दूंगा
37 साल के श्रीसंत ने 10 सितंबर को ट्वीट कर कहा था,
मैं सभी आरोपों से बरी हूं और अब फिर से वह खेल खेलना चाहता हूं जिससे सबसे ज्यादा प्यार करता हूं. मैं हरेक गेंद में जान लगा दूंगा फिर चाहे वह प्रैक्टिस ही क्यों न हो. मुझमें अभी भी पांच से सात का खेल बचा है. और मैं जिस भी टीम के लिए खेलूंगा उसके लिए बेस्ट दूंगा.
उन्होंने आगे कहा,
मैं क्रिकेट में कभी भी चीटिंग नहीं करूंगा. फिर चाहे वह फ्रेंडली मैच ही क्यों न हो. मैं न तो आसान गेंद फेंकूगा और न ही हारने की कोशिश करूंगा. इसलिए सभी लोग यह बात समझ लें.
I will never ever cheat cricket even when iam playing a friendly match..I don’t ball easy ones or try to loose..so pls get that right with everyone..I’m completely free of any charges nd anything nd now gonna represent the sport I love the most..I will give my very best to
— Sreesanth (@sreesanth36) September 10, 2020
कोरोना ने टाला घरेलू क्रिकेट
हालांकि कोरोना वायरस के चलते भारतीय घरेलू क्रिकेट सीजन पर बुरा असर पड़ा है. आमतौर पर अगस्त के महीने से घरेलू क्रिकेट शुरू हो जाता है. लेकिन अभी के लिए घरेलू क्रिकेट को टाल दिया गया है. यह तय भी नहीं है कि आगे यह कब होगा. साथ ही यह भी देखना होगा कि क्या केरल की टीम में उन्हें मौका मिलता है. और श्रीसंत की फिटनेस किस तरह की रहती है.
साल 2013 में बैन हुए थे श्रीसंत
श्रीसंत को बीसीसीआई ने अगस्त 2013 में बैन किया था. उस समय वे आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते थे. उनके साथ ही रॉयल्स के ही अजीत चंदीला और अंकित चव्हाण को भी बैन किया गया था. इसके बाद कई साल यह मामला कोर्ट में रहा. हालांकि स्पॉट फिक्सिंग में कुछ साबित नहीं हो सका. इस दौरान श्रीसंत लगातार खुद को निर्दोष बताते रहे. लेकिन इस विवाद के चलते उनका क्रिकेट करियर लगभग खत्म हो गया.
श्रीसंत सुप्रीम कोर्ट से राहत ले आए
श्रीसंत अपने ऊपर लगे बैन को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट चले गए. साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई से कहा कि वह श्रीसंत पर लगे बैन की अवधि को कम करने पर विचार करे. इसके बाद बीसीसीआई के ऑम्बुड्समैन डीके जैन ने बैन की अवधि सात साल कर दी. उन्होंने माना कि श्रीसंत अपना सबसे बढ़िया समय गंवा चुके हैं. साथ ही छह साल का बैन पहले ही झेल चुके हैं.
श्रीसंत ने भारत के लिए 27 टेस्ट में 87 और 53 वनडे में 75 विकेट लिए हैं. साथ ही 10 टी20 मुकाबलों में उनके नाम सात विकेट हैं.
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