किम यो जॉन्ग उत्तर कोरिया की अगली तानाशाह बनने जा रही हैं?

0


दो बरस पहले की बात है. साउथ कोरिया के प्योंगचांग में विंटर ओलंपिक खेल हो रहे थे. खेलों से कहीं ज्यादा चर्चा इन खेलों के पीछे चल रही डिप्लोमैसी को लेकर हो रही थी. उत्तरी कोरिया के शासक किम जॉन्ग उन ने अपनी खिलाड़ियों को साउथ कोरिया भेजने की हामी भर दी थी. साउथ कोरिया और नॉर्थ कोरिया के तनावपूर्ण रिश्तों में ये एक उम्मीद वाली खबर थी. अखबार में टिप्पणीकार लिखे रहे थे कि अब दोनों देशों में दोस्ती के नए सफर की शुरुआत होगी. इस उम्मीद वाले माहौल में अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने भी अपनी प्रतिनिधि के तौर पर उप राष्ट्रपति माइक पेंस को दक्षिण कोरिया भेजा था. और फिर दुनिया के अखबारों में ये तस्वीर छपी. स्टेडियम में बैठे माइक पेंस और उनके बगल में कोरियाई मूल की दिख रही एक लड़की. हर नज़र का ये सवाल था कि कौन है ये लड़की जिसे अमेरिका के उप-राष्ट्रपति के बगल में बैठाया गया है. अखबारों में इस लड़की का नाम छपा किम यो जॉन्ग. उत्तर कोरिया के राष्ट्रपति किम जॉन्ग उन की बहन. ये पहला मौका था जब दुनिया ने किसी अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम में किम जॉन्ग उन की बहन को हिस्सा लेते देखा था. पहली बार किम यो जॉन्ग की तस्वीरें दुनियाभर में पहुंची थी. उस वक्त मीडिया ने उसे उत्तरी कोरिया की इवांका कहा था. वो इसलिए क्योंकि इवांका ट्रंप की तरह ही उत्तरी कोरिया में किम यो जॉन्ग को प्रभावशाली बताया गया था. यंग, फ्रेंडली एंड कैरिज़मैटिक – ये शब्द अखबारों में किम की बहन किम यो जॉन्ग के लिए लिखे गए थे. तब शायद अंदाजा नहीं था कि दुनिया का सबसे खतरनाक देश कहे जाने वाले उत्तर कोरिया की सत्ता ये ही लड़की संभालेगी. क्योंकि उतर कोरिया के शासक किम जॉन्ग उन की सेहत को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है.

 

किम जॉन्ग उन बीमार हैं?

इसी साल अप्रैल में ख़बर आई थी कि किम जॉन्ग उन की मौत हो चुकी है. मौत की ख़बर ही आई थी, मौत हुई है या नहीं ये पता नहीं. क्योंकि उत्तर कोरिया ने तो आधिकारिक तौर पर कुछ कहा नहीं है. उत्तर कोरिया से कोई भी ख़बर बाहर नहीं आती क्योंकि देश में पाबंदी ही इतनी ज्यादा है. तो फिर उत्तर कोरिया का शासक क्या कर रहा है, ठीक है कि नहीं है ये सब खबरें कहां से आती हैं. इसका जवाब है सियोल. दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल. आप गौर करिएगा उत्तर कोरिया या किम जॉन्ग को लेकर जो खबरें आती हैं उनमें से ज्यादातर के सूत्र दक्षिण कोरिया में होते हैं और वहीं से वो दुनिया के हर अखबारों तक पहुंचती हैं. फिर चाहे वो मिसाइल परीक्षण की बात हो या किम की सेहत की. उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया का रिश्ता लगभग वैसा ही जैसा भारत-पाकिस्तान का. तो सियॉल से उत्तर कोरिया की खबरें आने का मतलब ये समझिए कि भारत की खबरें पाकिस्तान दुनिया को बता रहा है. और अगर उतर कोरिया के बारे में हर बात दक्षिण कोरिया से ही दुनिया को मालूम चलेंगी तो वो बातें भी वैसी ही होंगी जैसे दक्षिण कोरिया चाहेगा. यानी प्रोपगेंडा भी होगा.

 

किम जॉन्ग उन की मौत पर दुनिया में झूठी खबरें चलीं?

बहरहाल, हम ये मान लेते हैं कि चाहे दक्षिण कोरिया से ही आई हो किम जॉन्ग की मौत वाली खबर में कुछ सच्चाई है. मौत की खबर पहली बार अप्रैल में आई थी. लेकिन फिर उतरी कोरिया के शासक किम जॉन्ग उन सार्वजनिक रूप से नज़र आए. एक तस्वीर आई जिसमें वो फर्टिलाइज़र फैक्ट्री का उद्घाटन करते दिखे. इस तस्वीर के जरिए उतरी कोरिया ने भी दुनिया को ये बताया कि किम जॉन्ग जिंदा हैं औऱ ठीक हैं. तो क्या किम जॉन्ग उन की मौत पर दुनिया में झूठी खबरें चलीं? ऐसा भी नहीं लगता. क्योंकि दक्षिण कोरिया से ही अब एक नया खुलासा हुआ है.

 

उत्तरी कोरिया की सत्ता कौन संभालेगा?

नई खबर ये है कि किम जॉन्ग उन मरे नहीं हैं. साउथ कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति के सलाहकार रहे डिप्लोमैट चांग सोन्ग मिन ने खबर दी है कि किम कोमा में हैं. साउथ कोरियाई डिप्लोमैट के मुताबिक किम जॉन्ग उन मरे तो नहीं लेकिन अब ठीक हो पाएंगे ऐसी उम्मीदें कम ही हैं. चांग सोन्ग मिन ने कोरिया हेराल्ड अखबार को ये भी बताया कि किम के बाद उत्तरी कोरिया की सत्ता कौन संभालेगा इसकी तैयारी हो रही है. किम के कोमा में होने से सत्ता में जो वैक्यूम था उसे भरने का काम किम की बहन किम यो जॉन्ग कर रही हैं. हालांकि अभी पूरी तरह से सत्ता किम यो जॉन्ग को नहीं सौंपी गई है. और चांग को ये बात कहां से मालूम चली. उसे चीन में मौजूद अपने सूत्रों से ये जानकारी हासिल हुई है. तो अगर किम कोमा में ही हैं तो उन तस्वीरों का क्या जो उतरी कोरिया ने जारी की थी और उनमें किम एक फैक्ट्री का उद्घाटन करते दिख रहे थे. दक्षिण कोरियाई डिप्लोमैट के मुताबिक वो सारी तस्वीरें फेक थीं, फर्ज़ी थीं, किम के कोमा में होने की खबर छिपाने के लिए उत्तरी कोरिया तस्वीरें जारी की थी.

किम इस साल बहुत ही कम मौकों पर दिखे. इसलिए ये सवाल उठने लगी कि उसकी सेहत ठीक नहीं है. कयास ये हैं कि किम की हार्ट सर्जरी हुई थी जिसके बाद से या तो वो बेडरिडन है या फिर उसकी मौत हो गई है. साउथ कोरिया की खुफिया एजेंसी के हवाले से किम के बारे में जानकारी आई. जानकारी ये कि किम जॉन्ग की कुछ अहम जिम्मेदारियों उनके करीबियों ने संभाल ली हैं. और उन्हीं जानकारियों में एक जानकारी ये कि अब उत्तर कोरिया की नई शासक किम जॉन्ग उन की बहन किम यो जॉन्ग होगी.

 

तो किसी देश का मुखिया बदल जाने से देश कितना बदल सकता है?

इस सवाल के कई जवाब हो सकते हैं. दुनिया के कई देश हैं जहां लोगों ने अपनी जिंदगी में बदलाव के लिए शासकों को बदलने की लंबी लड़ाइयां लड़ी हैं. मौजूदा उदाहरण बेलारूस का है, वहां राष्ट्रपति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. लेकिन हम उस शासक की बात कर रहे हैं जिसे दुनिया सनकी तानाशाह मानती है. जिसकी मिसाइल का डर अमेरिका तक महसूस किया जाता है और हर वक्त तबाही का खतरा मंडराता है. और अपने देश के लोगों में भी इतना खौफ कि किम जॉन्ग के भाषण पर अगर कोई ताली भी कम बजाए तो उसे भी सजा हो सकती है. तो क्या शासक बदल जाने से, यानी किम जॉन्ग उन की जगह उनकी बहन के किम यो जॉन्ग के सत्ता संभालने से उत्तर कोरिया बदल जाएगा? दुनिया के राजनयिकों ने ये गणित लगाना शुरू कर दिया है.

 

दादा-पिता-भाई के बाद किम यो जॉन्ग?

उत्तर कोरिया में महिलाओं को सत्ता अभी तक नहीं मिली थी. 1948 से लेकर 1994 तक किम जॉन्ग के दादा किम इल सुन्ग सत्ता पर काबिज रहे. उसके बाद 1994 से लेकर 2011 तक किम के पिता किम जॉन्ग इल ने शासन किया और उनकी मौत के बाद उनके बेटे किम जॉन्ग उन के हाथों में सत्ता आई. उस वक्त किम की उम्र महज 27 साल थी. जब किम ने सत्ता संभाली तो उत्तर कोरिया के ऐसी उम्मीद बांधी गई कि अब शायद उत्तर कोरिया ज्यादा ओपन होगा. बाकी देशों से रिश्ते सुधारेगा. लेकिन ये उम्मीदें जल्दी ही टूट गई. किम जॉन्ग भी अपने दादा और पिता की लाइन पर ही चले. बल्कि उनसे ज्यादा क्रूर शासक साबित हुए. 2013 में उसने अपने चाचा और उसके परिवार को मरवा दिया क्योंकि बगावत का डर था. 2017 में इंडोनेशिया में अपने सौतेले भाई की हत्या करने का आरोप भी किम जॉन्ग उन पर लगा.

इस बीच किम के परिवार में उनकी सबसे करीब मानी जाती रही उनकी बहन किम यो जॉन्ग. किम यो जॉन्ग अभी 32 साल की है और अपने भाई से 4 साल छोटी है. दोनों की पढ़ाई स्विट्जरलैंड में ही हुई. नेशनल इंटरेस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक किम को सबसे ज्यादा भरोसा अपनी बहन पर है. और बहन की राजनीति में दिलचस्पी है ये बात उसके पिता ने 2002 में ही कह दी थी. किम यो जॉन्ग उत्तरी कोरिया की सत्ताधारी वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की सीनियर मेंबर हैं. और उत्तरी कोरिया की सबसे ताकतवर महिला मानी जाती हैं. 2014 में उसे Propaganda and Agitation Department की वायस डायरेक्टर बनाया गया था. वो कम ज्यादा कई मौकों पर किम जॉन्ग के साथ दिखती रही लेकिन ज्यादा लाइम लाइट में नहीं आई.

 

किम यो जॉन्ग सबसे सनकी साबित हो सकती है?

तो क्या अब उत्तर कोरिया तानाशाही के दौर से बाहर आ जाएगा. टिप्पणीकार ऐसा नहीं मानते. नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जॉन्ग की बहन उससे भी ज्यादा सनकी हो सकती है. अमेरिका की नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल में एशियाई मालमों के निदेशक रहे विक्टर चा के मुताबिक किम यो जॉन्ग हार्ड लाइनर हैं. वो साउथ कोरिया और अमेरिका को लेकर और कड़ा रुख अख्तियार करेंगी. वो नॉर्थ कोरिया में और बाहर खुद को मजबूत नेता के तौर पर दिखाने के लिए मिसाइल परीक्षण कराएंगी और ज्यादा आक्रामक रणनीति अपनाएंगी. यानी ऐसा लगता नहीं है कि शासक बदलने से अब उत्तर कोरिया में शासन करने के तरीके में ज्यादा बदलाव आएगा.

लेकिन किम की बहन शासक बनेगी या नहीं ये सब अभी अटकलों का ही हिस्सा है. और ये अटकलें किम जॉन्ग की मौत वाली खबर से शुरू होती हैं. उत्तर कोरिया में कब क्या होता है बाहर ज्यादा मालूम नहीं पड़ता. किम के पिता की मौत की खबर भी तभी बाहर आई थी जब उतर कोरिया ने अंतिम संस्कार के दिन खबर आउट की थी. शायद किम जॉन्ग उन की खबर भी ऐसे ही अचानक बाहर आए. या हो सकता है वो सही सलामत हों उतर कोरिया की कोई और ही रणनीति हो.




दुनिया में कम ही लोग कुछ मज़ेदार पढ़ने के शौक़ीन हैं। आप भी पढ़ें। हमारे Facebook Page को Like करें – www.facebook.com/iamfeedy

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Contact

CONTACT US


Social Contacts



Newsletter