25 जनवरी. गणतंत्र दिवस के एक दिन पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्म पुरस्कारों की घोषणा की. इस बार 112 पद्म पुरस्कार दिए जाएंगे. 94 लोगों को पद्मश्री, 14 हस्तियों को पद्म भूषण और 4 लोगों को पद्म विभूषण. पर इनमें खिलाड़ी कितने हैं, उनकी क्या उपलब्धियां हैं, हम आपको उनके बारे में बताते हैं. कायदे से देखा जाए तो अपने देश में खेल के नाम पर सबका दिमाग क्रिकेट पर अटक जाता है. पर इस लिस्ट में शामिल 9 खिलाड़ियों में सिर्फ एक क्रिकेटर है. गौतम गंभीर. बाकि 8 लोग कौन हैं. जान लीजिए –
1. बछेंद्री पाल – बछेंद्री को पद्म विभूषण मिला है. घर पर आपने अपनी माताजी से अकसर कुछ मांगने पर डांट में सुना होगा – पहाड़ चढ़के आए हो का. बछेंद्री से अगर ये पूछा आएगा तो वो हां कह देंगी. क्योंकि उन्हें बड़े-बड़े पहाड़ फतह करने के लिए ही जाना जाता है. वो आज से 35 साल पहले ही माने 1984 में माउंट एवरेस्ट चढ़ गई थीं. और ऐसा करने वाली वो पहली भारतीय महिला बनी थीं. 1984 में ही उन्हें पद्मश्री भी दे दिया गया था. और अब उन्हें देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा गया है.
2. सुनील छेत्री – इनके तो क्या ही कहने. गेंद को गजब नचाते हैं. छोटी वाली नहीं. बड़ी वाली. फुटबॉल के योद्धा हैं. देश के जाने माने फुटबॉलर छेत्री ने भारत को एएफसी एशिया कप के मुख्य राउंड में पहुंचाया था. वह अंतररार्ष्ट्रीय गोल करने के मामले में एक्टिव प्लेयर्स में मौजूदा समय में दूसरे नंबर पर हैं. मेसी से भी आगे. जी हां छेत्री के कुल 67 गोल हैं और मेसी के 65. उनसे आगे सिर्फ क्रिस्टियानो रोनाल्डो हैं. छेत्री को पद्मश्री दिया जाएगा.
3. बजरंग पुनिया – हरियाणा के इस पहलवान का नाम तो खूब सुना होगा आपने. लड़के ने 2018 के राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जो मारे थे. 65 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में वर्ल्ड रैंकिंग में नंबर वन बना सो अलग. पिछले साल बजरंग राजीव गांधी खेलरत्न पुरस्कार नहीं मिलने से नाराज भी थे, सो उन्हें अब खुश कर दिया गया है. पद्मश्री देकर.
4. शरत कमल – तमिलनाडु के रहने वाले शरत कमल टेबल टेनिस के स्टार खिलाड़ी हैं. वो आठ बार नेशनल चैंपियन रह चुके हैं. 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज तीनों मेडल लाए थे. एशियन गेम्स में तो मेडल लाने वाले वो पहले टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं. उनको भी पद्मश्री दिया जाएगा.
5. द्रोणावल्ली हरिका – द्रोणावल्ली खेलती हैं दिमाग से खेला जाने वाला खेल. शतरंज. वही जिसके लिए आपको शायद एक ही नाम याद हो. विश्वनाथन आनंद. उसी तरह द्रोणावल्ली भी धाकड़ चेस खिलाड़ी हैं. महिला विश्व चेस चैंपियनशिप में 2012, 2015, 2017 में ब्रोंज मैडल हासिल कर चुकी हैं. साल 2007-2008 में आंध्र प्रदेश की द्रोणावल्ली को अर्जुन पुरस्कार भी मिल चुका है और अब पद्मश्री.
6. बोम्बायला देवी लैशराम – बोम्बायला देवी हैं तीरंदाज. पिछले विश्व कप में छा गई थीं. विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप में चार स्वर्ण जीते, पांच रजत और चार ब्रॉन्ज मेडल जीते थे. रहने वाली मणिपुर की राजधानी इंफॉल की हैं. 11 की उम्र से ही तीरंदाजी कर रही हैं. उन्हें भी पद्मश्री मिलेगा.
7. अजय ठाकुर – कबड्डी, कबड्डी, कबड्डी…जी हां अजय कबड्डी के स्टार खिलाड़ी हैं. साथ ही भारतीय टीम के कप्तान भी. 2014 में एशियाई खेलों में टीम इंडिया ने स्वर्ण पदक जीता था. इसमें हिमाचल प्रदेश के रहने वाले अजय की अहम भूमिका थी. उन्हें भी पद्मश्री मिला है. अजय को हिमाचल सरकार ने डीएसपी भी बनाया है.
8. प्रशांति सिंह- प्रशांति बास्केटबॉल की कायदे वाली खिलाड़ी रही हैं. देश-विदेश में कई मेडल जीते हैं. और वो अकेले नहीं, उनकी तीन बहनें भी बास्केटबॉल प्लेयर हैं. उत्तर प्रदेश के वाराणसी की रहने वाली इन बहनों को सिंह सिस्टर्स के नाम से जाना जाता है. 2017 में भारत सरकार ने उन्हें अर्जुन पुरस्कार भी दिया था. उत्तर प्रदेश सरकार भी उनको रानी लक्ष्मी बाई बहादुरी पुरस्कार से सम्मानित कर चुकी है. और अब केंद्र सरकार उनको पद्मश्री पुरस्कार देगी.
गौतम गंभीर – और आखिरी में क्रिकेटर गौतम गंभीर की बात कर लेते हैं. कौन भूल सकता है गंभीर की वो दोनों मैच जिताऊ पारियां जो उन्होंने 2007 टी20 वर्ल्डकप और फिर 2011 वर्ल्डकप में खेली थीं. 2003 में इंटरनैशनल डेब्यू करने वाले गंभीर ने दिसंबर 2018 में रिटायरमेंट लिया था. करियर की बात करें तो उन्होंने 58 टेस्ट में 41.95 के एवरेज से 4154 रन बनाए हैं. वहीं 147 वनडे में 5238 रन ठोके. करीब 40 के एवरेज से. करीब 10324 इंटरनैशनल रन. बाकि गंभीर और सहवाग साथ में आकर जो उड़ाते थे, वो तो सबको हमेशा याद ही रहेगा. गंभीर को भी पद्मश्री दिया जाएगा.
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