आज से 76 साल पहले दुनिया के जाने माने वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग का जन्म हुआ था. इंग्लैंड में जन्में हॉकिंग ने सापेक्षता (रिलेटिविटी), ब्लैक होल और बिग बैंग थ्योरी को समझने में अहम भूमिका निभाई थी. साल 1959 में नेचुरल साइंस की पढ़ाई करने ऑक्सफोर्ड पहुंचे और उसके बाद उन्होंने कैम्ब्रिज में पीएचडी की. साल 1963 में पता चला कि वो मोटर न्यूरॉन बीमारी से पीड़ित हैं. इसके चलते उनके अधिकतर अंगों ने धीरे-धीरे काम करना बंद कर दिया था.
वे करीब 55 साल तक व्हीलचेयर पर रहे थे. 1988 में उन्हें सबसे ज्यादा चर्चा मिली थी, जब उनकी पहली पुस्तक ‘ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम: फ्रॉम द बिग बैंग टु ब्लैक होल्स’ मार्केट में आई, जिसकी एक करोड़ से ज़्यादा प्रतियां बिकीं. इसके बाद कॉस्मोलॉजी पर आई उनकी किताब भी काफी चर्चित रही. साल 2014 में उनके जीवन पर द थ्योरी ऑफ़ एवरीथिंग बनी जिसमें एडी रेडमैन ने हॉकिंग का किरदार अदा किया था.
भगवान ने नहीं की ब्रह्मांड की रचना
उनका मानना था कि ईश्वर ने ब्रह्मांड की रचना नहीं की. दी ग्रैंड डिजाइन नाम की किताब में उन्होंने लिखा था कि ब्रह्मांड की रचना अपने आप हुई. हॉकिंग ब्रह्मांड की रचना को एक स्वतः स्फूर्त घटना मानते थे. हालांकि, प्रसिद्ध वैज्ञानिक आइजैक न्यूटन मानते थे कि इस सृष्टि का अवश्य ही कोई रचियता होगा, अन्यथा इतनी जटिल रचना पैदा नहीं हो सकती. हॉकिंग का कहना था कि ब्रह्मांड में गुरुत्वाकर्षण जैसी शक्ति की वजह से नई रचनाएं हो सकती हैं. इसके लिए ईश्वर जैसी किसी शक्ति की सहायता की जरूरत नहीं है.
इस ब्रह्मांड में हैं कई सूरज
हॉकिंग ने एक रिसर्च के आधार पर तर्क दिया था कि हमारा सौरमंडल अनूठा नहीं है, बल्कि कई सूरज हैं जिनके चारों ओर ग्रह चक्कर काटते हैं वैसे ही जैसे पृथ्वी सूर्य का चक्कर काटती है. ब्लैक होल और बिग बैंग जैसी खगोलीय घटनाओं पर उनके शोध ने दुनिया को समझने में अन्य वैज्ञानिकों को भी मदद की.
कई ब्रह्मांड हैं मौजूद
स्टीफन हॉकिन्स की महत्वपूर्ण किताबें
ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम
द ग्रांड डिजाइन
यूनिवर्स इन नटशेल
माई ब्रीफ हिस्ट्री
द थ्योरी ऑफ एवरीथींग
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